वजन बढ़ाने के लिए 5 हाई-कैलोरी देसी सुपरफूड्स – वैज्ञानिक तरीके से पाएं हेल्दी वेट!

वजन बढ़ाने के लिए 5 हाई-कैलोरी देसी सुपरफूड्स – वैज्ञानिक तरीके से पाएं हेल्दी वेट!  


क्या आप दुबलेपन से परेशान हैं? क्या जिम और सप्लीमेंट्स खाकर भी वजन नहीं बढ़ पा रहा? तो यह आर्टिकल आपके लिए है! यहां जानें 5 देसी सुपरफूड्स जो न सिर्फ कैलोरी से भरपूर हैं, बल्कि पोषण, ऊर्जा और मांसपेशियों की मजबूती भी देंगे। ये सभी फूड्स आयुर्वेद और मॉडर्न साइंस द्वारा प्रमाणित हैं, जिन्हें आप अपनी रोजमर्रा की डाइट में आसानी से शामिल कर सकते हैं। पूरा आर्टिकल पढ़ें और जानें कैसे ये देसी चीजें आपको प्राकृतिक तरीके से हेल्दी वेट गेन करने में मदद करेंगी! 

वजन बढ़ाने के लिए प्राकृतिक और पोषक तत्वों से भरपूर देसी सुपरफूड्स का सेवन एक सुरक्षित और प्रभावी तरीका है। आइए जानते हैं ऐसे पाँच सुपरफूड्स के बारे में जो न केवल कैलोरी से भरपूर हैं, बल्कि आपके शरीर को आवश्यक पोषण भी प्रदान करते हैं:

1.) घी: स्वास्थ्य का सुनहरा अमृत

घी भारतीय खानपान का एक अभिन्न हिस्सा है, जिसे न केवल स्वाद बढ़ाने के लिए, बल्कि इसके अनेक स्वास्थ्य लाभों के कारण भी सराहा जाता है। वजन बढ़ाने की प्रक्रिया में घी की भूमिका महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि यह ऊर्जा, पोषक तत्वों और स्वस्थ वसा का समृद्ध स्रोत है।


घी के पोषक तत्व और उनकी भूमिका:

घी में मुख्य रूप से संतृप्त वसा (सैचुरेटेड फैट), मोनोअनसैचुरेटेड फैट, और पॉलीअनसेचुरेटेड फैट होते हैं। इसके अलावा, यह विटामिन A, D, E, और K से भरपूर होता है, जो शरीर के विभिन्न कार्यों के लिए आवश्यक हैं। घी में ओमेगा-3 फैटी एसिड भी पाया जाता है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है !

वजन बढ़ाने में घी की भूमिका:

  1. ऊर्जा का उत्कृष्ट स्रोत : घी में उच्च कैलोरी होती है, जो शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो वजन बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि अतिरिक्त कैलोरी वजन बढ़ाने में मदद करती है !

  2. मेटाबॉलिज्म में सुधार : घी में मौजूद ओमेगा-6 फैटी एसिड (कंजुगेटेड लिनोलिक एसिड) मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिससे शरीर में वसा का संचय कम होता है और लीन मसल्स का विकास होता है। यह वजन बढ़ाने की प्रक्रिया को स्वस्थ तरीके से आगे बढ़ाने में मदद करता है।

  3. पाचन में सहायता : घी पाचन एंजाइमों के उत्पादन को बढ़ाता है, जिससे भोजन का पाचन बेहतर होता है और पोषक तत्वों का अवशोषण अधिक प्रभावी ढंग से होता है सही पाचन वजन बढ़ाने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

घी का सेवन कैसे करें:

  • दूध के साथ : रात में सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच घी मिलाकर पीने से वजन बढ़ाने में मदद मिलती है। यह मिश्रण न केवल कैलोरी बढ़ाता है, बल्कि नींद की गुणवत्ता में भी सुधार करता है।

  • भोजन में शामिल करें : रोटी, पराठा, दाल या सब्जियों में घी मिलाकर सेवन करें। यह भोजन के स्वाद को बढ़ाने के साथ-साथ पोषण मूल्य भी बढ़ाता है।

  • हलवा या लड्डू में उपयोग : घी का उपयोग विभिन्न मिठाइयों जैसे हलवा, लड्डू आदि में किया जा सकता है, जो वजन बढ़ाने में सहायक होते हैं।

सावधानियाँ:

  • मात्रा का ध्यान रखें : अत्यधिक मात्रा में घी का सेवन वजन बढ़ाने के बजाय अन्य स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है। आयुर्वेद के अनुसार, प्रतिदिन 1-2 चम्मच घी का सेवन पर्याप्त होता है।

  • स्वास्थ्य स्थिति पर विचार करें : यदि आपको हृदय संबंधी समस्याएं, उच्च कोलेस्ट्रॉल या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हैं, तो घी का सेवन करने से पहले चिकित्सक से परामर्श करें।

एक जिज्ञासु प्रश्न:

जब घी वजन बढ़ाने में इतना प्रभावी है, तो क्या यह वजन कम करने में भी मदद कर सकता है? आइए, अगले अध्याय में इस रोचक विषय पर गहराई से चर्चा करें।

2. केला  ऊर्जा और पोषण का प्राकृतिक स्रोत

केला एक ऐसा फल है जो स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पोषक तत्वों से भरपूर है। यह वजन बढ़ाने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, बशर्ते इसका सेवन सही तरीके और मात्रा में किया जाए।


केले के पोषक तत्व और उनकी भूमिका:

  • कार्बोहाइड्रेट्स : एक मध्यम आकार के केले में लगभग 27 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है, जो शरीर को त्वरित ऊर्जा प्रदान करता है। 

  • कैलोरी : मध्यम आकार के केले में लगभग 100-120 कैलोरी होती हैं, जो वजन बढ़ाने में सहायक हो सकती हैं। 

  • पोटैशियम, विटामिन B6, विटामिन C, मैग्नीशियम: ये पोषक तत्व हृदय स्वास्थ्य, मांसपेशियों के कार्य, और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करते हैं।

वजन बढ़ाने में केले की भूमिका:

  1. ऊर्जा का त्वरित स्रोत : केले में मौजूद प्राकृतिक शर्करा (ग्लूकोज, फ्रुक्टोज, सुक्रोज) तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है, जो वर्कआउट के बाद रिकवरी में मददगार होती है।

  2. कैलोरी बढ़ाने में मददगार : यदि आप वजन बढ़ाना चाहते हैं, तो दिन में 2-3 केले का सेवन करने से आपके दैनिक कैलोरी सेवन में वृद्धि हो सकती है, जो वजन बढ़ाने में सहायक है। 

केले का सेवन कैसे करें:

  • केला शेक : केले को दूध के साथ मिलाकर शेक बनाएं। इसमें आप शहद या सूखे मेवे भी मिला सकते हैं, जिससे कैलोरी और पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ेगी। यह मिश्रण वजन बढ़ाने में प्रभावी हो सकता है। 

  • दूध के साथ केला : एक या दो केले खाकर ऊपर से एक गिलास दूध पीना पारंपरिक तरीका है, जो वजन बढ़ाने में मदद करता है।

  • स्नैक के रूप में : दिन के बीच में भूख लगने पर केला एक स्वस्थ विकल्प हो सकता है, जो ऊर्जा प्रदान करता है और अतिरिक्त कैलोरी जोड़ता है।

सावधानियाँ:

  • मात्रा का ध्यान रखें : अत्यधिक मात्रा में केले का सेवन करने से अनावश्यक कैलोरी बढ़ सकती है। अपने आहार में संतुलन बनाए रखें।

  • व्यक्तिगत स्वास्थ्य पर विचार करें : यदि आपको मधुमेह या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हैं, तो केले के सेवन से पहले चिकित्सकीय सलाह लें।

एक जिज्ञासु प्रश्न:

जब केला वजन बढ़ाने में सहायक है, तो क्या यह वजन घटाने में भी उपयोगी हो सकता है? आइए, अगले अध्याय में इस रोचक विषय पर गहराई से चर्चा करें।

3. मूंगफली प्रोटीन और ऊर्जा का सस्ता स्रोत

मूंगफली, जिसे अक्सर "गरीबों का बादाम" कहा जाता है, एक सुलभ और पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ है। यह प्रोटीन, स्वस्थ वसा और विटामिनों का अच्छा स्रोत है, जो वजन बढ़ाने में सहायक हो सकता है।


मूंगफली के पोषक तत्व और उनकी भूमिका:

  • प्रोटीन : मूंगफली प्रोटीन से भरपूर होती है, जो मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत में मदद करता है।

  • स्वस्थ वसा : इसमें मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड वसा होते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं।

  • फाइबर : मूंगफली में मौजूद फाइबर पाचन को सुधारता है और लंबे समय तक तृप्ति का एहसास दिलाता है।

  • विटामिन और खनिज : यह विटामिन E, मैग्नीशियम, और पोटैशियम का अच्छा स्रोत है, जो समग्र स्वास्थ्य का समर्थन करते हैं।

वजन बढ़ाने में मूंगफली की भूमिका :

मूंगफली की उच्च कैलोरी और पोषक तत्वों की समृद्धि इसे वजन बढ़ाने के लिए उपयुक्त बनाती है। हालांकि, इसका सेवन संतुलित मात्रा में करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि अत्यधिक मात्रा में खाने से वजन बढ़ सकता है। 

मूंगफली का सेवन कैसे करें:

  • स्नैक के रूप में : भुनी हुई मूंगफली को सादा या हल्के नमक के साथ खाएं।

  • मूंगफली का मक्खन : इसे ब्रेड, रोटी या स्मूदी में मिलाकर सेवन करें। ध्यान दें कि बाजार में उपलब्ध कुछ मूंगफली के मक्खन में अतिरिक्त चीनी और ट्रांस वसा हो सकते हैं, इसलिए प्राकृतिक और बिना चीनी वाले विकल्प चुनें।

  • अन्य व्यंजनों में : मूंगफली को पोहा, उपमा, चटनी या सलाद में मिलाकर खा सकते हैं।

सावधानियाँ:

  • मात्रा का ध्यान रखें : मूंगफली की उच्च कैलोरी सामग्री के कारण, इसे सीमित मात्रा में ही खाएं। अत्यधिक सेवन से वजन बढ़ सकता है। 

  • एलर्जी : यदि आपको मूंगफली से एलर्जी है, तो इसका सेवन न करें, क्योंकि इससे गंभीर प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं।

  • पाचन संबंधी समस्याएं : कुछ लोगों को मूंगफली खाने से गैस या अपच की समस्या हो सकती है। यदि ऐसा हो, तो सेवन कम करें या बंद कर दें।

एक जिज्ञासु प्रश्न:

जब मूंगफली वजन बढ़ाने में सहायक हो सकती है, तो क्या यह वजन घटाने में भी भूमिका निभा सकती है? आइए, अगले अध्याय में इस विषय पर गहराई से विचार करें।

4. चना : प्रोटीन और पोषण का खजाना

चना, जिसे काबुली चना या सफेद चना भी कहा जाता है, भारतीय आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह न केवल स्वाद में लाजवाब होता है, बल्कि पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। वजन बढ़ाने की प्रक्रिया में चना एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, बशर्ते इसका सेवन सही तरीके से किया जाए।


चना के पोषक तत्व और उनकी भूमिका:

  • प्रोटीन : चना प्रोटीन का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जो मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत में मदद करता है।

  • कैलोरी : पके हुए चने में पर्याप्त मात्रा में कैलोरी होती है, जो वजन बढ़ाने में सहायक हो सकती है।

  • फाइबर : इसमें मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और भूख को नियंत्रित करता है।

  • विटामिन और खनिज : चना आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और विटामिन B6 का अच्छा स्रोत है, जो समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं।

वजन बढ़ाने में चने की भूमिका:

चना की उच्च प्रोटीन और कैलोरी सामग्री इसे वजन बढ़ाने के लिए उपयुक्त बनाती है। नियमित रूप से चने का सेवन करने से मांसपेशियों का विकास होता है और शरीर को आवश्यक ऊर्जा मिलती है।

चना का सेवन कैसे करें:

  • भीगा हुआ चना : रातभर चने को पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट सेवन करें। यह पाचन में सुधार करता है और वजन बढ़ाने में मदद करता है।

  • भुना हुआ चना : दिन के बीच में स्नैक के रूप में भुने हुए चने का सेवन करें। यह स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पोषक तत्वों से भरपूर होता है।

  • चना और खजूर का मिश्रण : चना और खजूर को मिलाकर खाने से वजन बढ़ाने में मदद मिलती है। 

  • दूध के साथ चना : रात में चने को दूध में भिगोकर सुबह उस दूध को पीएं और चने खाएं। यह वजन बढ़ाने में प्रभावी हो सकता है। 

सावधानियाँ:

  • मात्रा का ध्यान रखें : अत्यधिक मात्रा में चने का सेवन करने से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। संतुलित मात्रा में ही इसका सेवन करें।

  • व्यक्तिगत स्वास्थ्य पर विचार करें : यदि आपको किसी प्रकार की एलर्जी या स्वास्थ्य समस्या है, तो चने के सेवन से पहले चिकित्सकीय सलाह लें।

एक जिज्ञासु प्रश्न:

जब चना वजन बढ़ाने में सहायक है, तो क्या यह वजन घटाने में भी उपयोगी हो सकता है? आइए, अगले अध्याय में इस रोचक विषय पर गहराई से चर्चा करें।

5. केला : प्राकृतिक ऊर्जा और पोषण का स्रोत

केला एक ऐसा फल है जो स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पोषक तत्वों से भरपूर है। यह वजन बढ़ाने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, बशर्ते इसका सेवन सही तरीके से किया जाए।

केले के पोषक तत्व और उनकी भूमिका:

  • कार्बोहाइड्रेट्स : केले में प्राकृतिक शर्करा और स्टार्च होते हैं, जो तुरंत ऊर्जा प्रदान करते हैं।

  • कैलोरी : एक मध्यम आकार के केले में लगभग 105 कैलोरी होती है, जो वजन बढ़ाने में सहायक हो सकती है।

  • विटामिन और खनिज : केला पोटैशियम, विटामिन B6, और विटामिन C का अच्छा स्रोत है, जो समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं।

वजन बढ़ाने में केले की भूमिका:

केले की उच्च कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी सामग्री इसे वजन बढ़ाने के लिए उपयुक्त बनाती है। नियमित रूप से केले का सेवन करने से शरीर को आवश्यक ऊर्जा मिलती है और मांसपेशियों का विकास होता है।


केले का सेवन कैसे करें:

  • केला शेक : दूध में केला मिलाकर शेक बनाएं और सुबह या शाम के नाश्ते में सेवन करें। यह स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पोषक तत्वों से भरपूर होता है।

  • केला और पीनट बटर : केले के टुकड़ों पर पीनट बटर लगाकर खाएं। यह संयोजन प्रोटीन और हेल्दी फैट्स प्रदान करता है, जो वजन बढ़ाने में मदद करता है।

  • ओट्स या दलिया में केला : नाश्ते में ओट्स या दलिया में कटे हुए केले मिलाकर सेवन करें। यह ऊर्जा का अच्छा स्रोत है और दिन की शुरुआत के लिए उपयुक्त है।

सावधानियाँ:

  • मात्रा का ध्यान रखें : अत्यधिक मात्रा में केले का सेवन करने से कैलोरी की अधिकता हो सकती है। संतुलित मात्रा में ही इसका सेवन करें।

  • व्यक्तिगत स्वास्थ्य पर विचार करें : यदि आपको डायबिटीज या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हैं, तो केले के सेवन से पहले चिकित्सकीय सलाह लें।

एक जिज्ञासु प्रश्न:

जब केला वजन बढ़ाने में सहायक है, तो क्या यह वजन घटाने में भी उपयोगी हो सकता है? आइए, अगले अध्याय में इस रोचक विषय पर गहराई से चर्चा करें।

डाइट में शामिल करने के सुझाव:

  • भोजन की आवृत्ति बढ़ाएं : दिन में 5-6 छोटे भोजन करें ताकि अधिक कैलोरी का सेवन हो सके।

  • संतुलित आहार : प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और स्वस्थ वसा का संतुलित मिश्रण रखें।

  • नियमित व्यायाम : स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करें ताकि अतिरिक्त कैलोरी मांसपेशियों में परिवर्तित हो सके।

  • पर्याप्त नींद : 7-8 घंटे की नींद लें, जिससे शरीर की मरम्मत और विकास हो सके।

सावधानियाँ:

  • अत्यधिक तले हुए या जंक फूड से बचें, क्योंकि वे अस्वास्थ्यकर वसा और शर्करा से भरपूर होते हैं।

  • यदि कोई एलर्जी या स्वास्थ्य समस्या है, तो आहार में बदलाव से पहले चिकित्सक से परामर्श करें।

इन देसी सुपरफूड्स को अपनी डाइट में शामिल करके और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप प्राकृतिक और सुरक्षित तरीके से वजन बढ़ा सकते हैं।

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